Manqabat-e Huzoor Tajushariyah By Allama Salman Raza FAREEDI Sahab, Oman Muscut
*👑वाह क्या रंग है अय अजहरी दुल्हा तेरा*
*▪️नूरी पौशाक है रजवी है अमामा तेरा*
*👑चांद तारो की है बारात रची है शादी*
*▪️हामिदी फुल है जिलानी है सेहरा तेरा*
*👑तेरी हस्ती है कमालाते रजा की मजहर*
*▪️ताज वालों मे शहा ताज है उंचा तेरा*
*👑हुबहु मुफती ऐ आजम की जलक है तुज में*
*▪️इस्तेकामत की बुलंदी पे है तकवा तेरा*
*👑ईश्क वालों का हरम है तेरे अजदाद का दर*
*▪️किब्ला ए अहले मुहब्बत है धराना तेरा*
*👑है वही शाने कयादत तेरे खुन के अंदर*
*▪️तेरे कुरबां के मुजद्दीद हुवा बाबा तेरा*
*👑अहले हक्क केहने लगे ताजे शरीअत तुजको*
*▪️जोहरे ईल्मो अमल सब ने जो देखा तेरा*
*👑तुज में वो नूर है ऐ अख्तरे बुर्जे रिफअत*
*▪️मौत के बाद भी रोशन है सितारा तेरा*
*👑आज भी अहले नजर देख रहे है तुज को*
*▪️ईश्क वालों पे शहा हाथ है रख्खा तेरा*
*👑तेरा पैगामे अमल मस्लके आला हजरत*
*▪️दौलते ईश्के रिसालत है असासा तेरा*
*👑ऐसे रोशन है जमाने में तेरे नक्शे कदम*
*▪️छुं ना पाऐंगे अंधेरे कभी रस्ता तेरा*
*👑बट रहा है तेरी चौखट से नबी का फैजान*
*▪️कम ना होगा कभी ता हश्र खजाना तेरा*
*👑तेरे हाथों मे हाथ दिया तो फज्ले रब से*
*▪️साथ जन्नत में भी हम सब को मिलेगा तेरा*
*👑अपनी किस्मत पे सदा नाज करेंगे वो लोग*
*▪️देखा है जिनकी निगाहो ने भी चेहरा तेरा*
*👑चांद के दर पे सितारो की है जैसी कसरत*
*▪️युं तेरे चाहने वालों मे है रोजा तेरा*
*👑ऐ वली ईब्ने वली तेरे तकद्दुस की कसम*
*▪️दहर मे जौहरे किरदार है यकता तेरा*
*👑तेरी तेहरीर से धाईल है नबी के दुश्मन*
*▪️तेज है खंजरो शमसीर से खामा तेरा*
*👑क्या ना कुरबान हो दिलों जान से हम सब ईन पर*
*▪️शाह अस्जद में नजर आता है जल्वा तेरा*
*👑हश्र तक तुजपे खुदा अब्रे अता बरसाये*
*▪️फैलता जाये जमाने में उजाला तेरा*
*👑तेरी आगोशे करम में है फरीदी की ये हयात*
*▪️हर मुसिबत से बचाता है सहारा तेरा*
*👑तेरी निस्बत से फरीदी पे भी है फज्लो करम*
*▪️रब का, सरकार का, और गौषो रजा का तेरा*
[ *📝अज: खलीफ ऐ हुजुर ताजुश्शरीआह हजरत अल्लामा व मौलाना सलमान फरीदी सीद्दीकी मिस्बाही साहब किब्ला - (मस्कत औमान)* ]
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